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कल्पवृक्ष है रामचरित मान

गोस्वामी तुलसीदास जी ने हमारे सनातन हिंदू धर्म को बचाया, इसलिए ये हमारा परम कर्तव्य कि आज के युग में हम 
रामचरित मानस को अपने परिवार का हिस्सा बनाएं... प्रत्येक हिंदू परिवार में रामचरित मानस पढ़ा ही जाना चाहिए। क्योंकि हम धर्म को बचाएंगे, तभी धर्म हमारी रक्षा करेगा। हमें अगली पीढ़ी को जीवन मूल्य ट्रांसफर नहीं करेंगे, तो कौन करेगा ? 

रामचरित मानस पूरे ब्रह्मांड का प्रतिबिंब है, वेदों के ज्ञान को जानने के लिए हमें रामचरित मानस को पढ़़ना चाहिए।
रामचरित मानस को हमें स्वयं भी पढ़़ना चाहिए और दूसरों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए। 

दरअसल मानस महा संघ रामचरित मानस के साधकों को एक मंच पर लाने का प्रयास, जिसमें आपके सहयोग की हमें नितांत आवश्यकता है। रामचरित मानस पढ़कर तो देखें, निश्चित ही आपकी सभी समस्याएं फुर्र हो जाएंगी। ये तो मानस में स्वयं ही प्रभु ने वचन दिया हुआ है। 

सकल सुमंगल दायक रघुनायक गुन गान। 
सादर सुनहिं ते तरहिं भव सिंधु बिना जलजान॥

मानस के अमृत को पीकर देखें और अपने अनुभव विश्व को बताएं, हम मानस के आपके अनुभव को प्रकाशित कर भारतवर्ष को बताएंगे। जय सियाराम


whatsapp number # 9811536619

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